कैसे तुझे बचाऊँकिस आँचल तले छुपाऊँ कैसे तुझे बचाऊँकिस आँचल तले छुपाऊँ
उसको ही ख़ुदा भेज हक़ीक़त में आज़म की मेरे आ रही जो ख़्वाब में ख़ूब परी है। उसको ही ख़ुदा भेज हक़ीक़त में आज़म की मेरे आ रही जो ख़्वाब में ख़ूब परी है।
प्यार भरी बात करें। प्यार भरी बात करें।
हाथों में किताब थामें काली चाय की चुस्कियाँ लेते हुए अपने दिन की शुरूआत करते हैं । हाथों में किताब थामें काली चाय की चुस्कियाँ लेते हुए अपने दिन की शुरूआत कर...
कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता है। कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता...
तेरी लीला तू ही जाने, मुझको कुछ भी समझ न आया। तेरी लीला तू ही जाने, मुझको कुछ भी समझ न आया।